. सन 1953 में वी शांताराम की एक फिल्म आई थी तीन बत्ती चार रास्ता जिसमें भारत की भाषायी विविधता को विषय बनाया गया था। इसके चार वर्ष पूर्व 14 सितंबर 1949 को हिन्दी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था। हालांकि तमिळनाडु मे हिन्दी का विरोध स्वतंत्रता के पूर्व 1937 में ही […]
Read More..इन दिनों इंटरनेट पर एक दुख भरा ओडिया गाना “छी. छी..छी.. रे नोनी छी!” तरंगायित अर्थात् वायरल हो रहा है। कुछ दिनों पहले तक “आज की रात मजा हुस्न का आंखों से लीजिए” देखकर निहाल होने वाले लोग इस करुण गीत पर हंसते नहीं थक रहे हैं। कारण इस गाने के बोल और स्थानीय कलाकारों […]
Read More..जब भी किसी राजनेता द्वारा सार्वजनिक मंच से हिन्दी के राष्ट्रभाषा होने का दम भरा जाता है या उसके राष्ट्रभाषा बनाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है तो कहीं और से हो न हो तमिळनाड से विरोध का स्वर अवश्य मुखर होता है। हाल ही में भी कुछ ऐसा ही हुआ है किंतु […]
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