इस वर्ष भी मेरे तमिळ मित्र रंजीत ने मुझे मीनभरणी उत्सव में आने का निमंत्रण दिया है। अब तक दो बार मैं इसे देख चुका हूं। भौगोलिक दूरी के बावजूद तीसरी बार वहां जाने के लिए मेरे उत्साह में कोई कमी नहीं है। यह उत्सव है ही ऐसा। इसकी परम्परा और रीतियां भक्तों और पर्यटकों […]
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